रहस्य-रोमांच : डॉल नहीं, जिंदा जीव थी पेरू में मिली ममी, वैज्ञानिकों का दावा, एक के तो पेट में पल रहा था बच्चा

नई दिल्ली। पेरू में कुछ साल पहले मिली अजीब एलियन ममी का रहस्य आज भी उलझा हुआ है। इस पर तरह के दावे किए जा रहे हैं। 2017 में पेरू के नाज़्का रेगिस्तान में दर्जनों ममी वाले शव बरामद हुए थे जिनके बारे में बार-बार दावा किया जाता रहा है कि वे एलियन्स की ममी है। तभी से इन पर गहराई से शोध चल रहा है। कुछ वैज्ञानिकों का दावा रहा है कि ये जानवरों की हड्डियों से बनाई गई गुड़ियाएं हैं, जिन्हें खास तरह के चिपकाने वाले पदार्थ से जोड़ा गया था। अब इन्हीं ममी को लेकर वैज्ञानिकों ने एक नया दावा किया है, उनका कहना है कि उन्हें एक शव के गर्भ के अंदर एक भ्रूण मिला है।

इन ममी की पड़ताल करने वाली टीम की अगुआई करने वाले डॉ डेविड रुईज़ और पत्रकार जोइस मैन्टीला ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि उन्होंने मोंटसेराट नाम की ममी के अंदर एक भ्रूण की खोज की जब वे लीमा के रेडियोलॉजी केंद्र में उसका विश्लेषण कर रहे थे। टीम का मानना है कि मोंटसेराट करीब 1200 साल पहले मर गई थी और उस समय वह 30 हफ्तों से भी कम समय की गर्भवती थी। मोंटसेराट के सीटी स्कैन से पता चला कि वह भ्रूण उसके पीठ के पास था जिसका सिर उसके पेट की ओर था और छाती और हाथ नीचे की ओर थे ।

वैज्ञानिकों ने पाया कि भ्रूण की हड्डियां नरम थी और वे मजबूत होना शुरू ही हुई थीं। मोंटसेराट के मरने के समय उसकी रीढ़ और पसलियां जुड़ नहीं पाई थीं । उन्होंने पैर की 43 मिमी फेमर हड्डिया के आधार भ्रूण की उम्र का अनुमान लगाया जिससे उन्हें पता चला कि वह 30 हफ्ते से कम का था । इन ममी की खास बात ये है कि सबकी तीन ऊंगलियों वाले हाथ हैं जिससे यह विवाद हो गया था कि क्या ये वाकई धरती के किसी जानवर या इंसान के हैं या फिर किसी एलियन के हैं।

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यह भी अनुमान है कि ये किसी रेंगने वाले जानवर के वंशज हो सकते हैं। मेंटीला इन्हें असली ममी साबित करने कि लिए पुरजोर प्रयास कर रहे हैं । उनका कहना है कि इन ममी के शरीर के बहुत से अंग इंसानों से मिलते जुलते हैं। वे चाहते हैं कि इनका गहराई से अध्ययन किया जाए जिससे कि किसी प्रामाणिक नतीजे पर पहुंचा जा सके।

दिलचस्प बात ये है कि अभी तक यह नहीं कहा जा सकता है कि क्या ये पूरी तरह से इंसान या कोई जानवर हैं या फिर इंसान और किसी और जानवर का मिश्रण, यह दावा नहीं किया जा सकता है। पड़ताल करने वाली टीम के प्रमुख डॉ जोस जाल्के का कहना है कि इसके लिए डीएनए टेस्टिंग की जरूरत होगी। फिलहाल ये ममी और भ्रूण किसी तीन ऊंगलियों वाले जानवर से मेल खाते दिख रहे हैं।

टीम का अनुमान है कि मोंटसेराट 16 से 25 साल की उम्र में मरी होगी। उसकी ऊंचाई करीब 5 फुट, तीन इंच की थी और उसके सिर हाथ और सीने में कुछ चीज़ डली थी जिसका घनत्व एक धातु की तरह था। उनका यह भी कहना है कि यह धातु जैसी प्लेटें, जिनमें तांबा, कैडमियम, ओसमियम, एल्यूमीनियम, सोना और चांदी का मिश्रण था, उसके जिंदा रहते उसमें डाली गई थी। वहीं दूसरी ममी में इस तरह की प्लेट हड्डियों के पास या फिर चमड़ी के बाहर की ओर थी । फिर भी अभी वैज्ञानिक निर्णायक नतीजे पर पहुंचने का दावा नहीं कर रहे हैं।

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